Narayan Seva Sthali

संस्था के बारे में

नारायण सेवा स्थली एक जमीनी स्तर पर कार्य करने वाली गैर-सरकारी संस्था (NGO) है, जिसकी स्थापना वर्ष 1994 में राम बाबू साह द्वारा मुजफ्फरपुर, बिहार में की गई थी। इस संस्था की स्थापना का उद्देश्य शिक्षा, स्वास्थ्य एवं सामाजिक-आर्थिक विकास के माध्यम से वंचित समुदायों के जीवन में स्थायी सकारात्मक परिवर्तन लाना है।

वर्षों से नारायण सेवा स्थली ने वंचित बच्चों, महिलाओं एवं ग्रामीण परिवारों के उत्थान के लिए सक्रिय रूप से कार्य किया है। संस्था द्वारा मूलभूत शिक्षा, चिकित्सा सहायता तथा कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से समाज के कमजोर वर्गों को सशक्त बनाने का प्रयास किया जाता है। इसके अतिरिक्त संस्था महिला सशक्तिकरण, स्वच्छता जागरूकता एवं आपदा राहत कार्यों पर विशेष रूप से ध्यान देती है, विशेषकर बिहार राज्य में।

Vision (दृष्टि)

एक ऐसा सशक्त, शिक्षित एवं आत्मनिर्भर समाज का निर्माण करना जहाँ प्रत्येक व्यक्ति को समान अवसर, सम्मान एवं विकास का अधिकार प्राप्त हो।

Mission (मिशन)

  • समाज के वंचित वर्ग को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराना।
  • युवाओं को कौशल विकास एवं रोजगारोन्मुख प्रशिक्षण प्रदान करना।
  • स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं जन-जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन करना।
  • महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास को बढ़ावा देना।
  • सांस्कृतिक, सामाजिक एवं नैतिक मूल्यों को सुदृढ़ करना।

संस्था के उद्देश्य (Objectives)

  • गरीब एवं असहाय बच्चों को शिक्षा से जोड़ना।
  • कंप्यूटर, तकनीकी एवं व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित करना।
  • स्वास्थ्य शिविर, टीकाकरण एवं स्वच्छता अभियान का आयोजन करना।
  • महिलाओं एवं युवतियों को आत्मनिर्भर बनाने हेतु प्रशिक्षण देना।
  • सांस्कृतिक एवं सामाजिक गतिविधियों को बढ़ावा देना।

प्रमुख गतिविधियाँ

  • 🎓 समाज के वंचित एवं गरीब वर्ग के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराना।
  • 🛠️ युवाओं के लिए कौशल विकास एवं रोजगारोन्मुख प्रशिक्षण कार्यक्रमों का संचालन करना, जैसे कंप्यूटर शिक्षा, तकनीकी एवं व्यावसायिक प्रशिक्षण।
  • 🏥 स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाने हेतु निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर, चिकित्सा परामर्श एवं प्राथमिक उपचार की व्यवस्था करना।
  • 🧼 स्वच्छता एवं सामाजिक जागरूकता अभियान चलाकर स्वच्छ एवं स्वस्थ समाज के निर्माण में योगदान देना।
  • ♀️ महिला सशक्तिकरण के अंतर्गत महिलाओं एवं युवतियों को आत्मनिर्भर बनाने हेतु प्रशिक्षण एवं मार्गदर्शन प्रदान करना।
  • 🧒 बाल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से बच्चों के शैक्षणिक, सांस्कृतिक एवं नैतिक विकास को बढ़ावा देना।
  • 🎭 सांस्कृतिक एवं सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन कर भारतीय संस्कृति, कला एवं नैतिक मूल्यों का संरक्षण एवं प्रचार करना।
  • 🆘 आपदा एवं आपातकालीन परिस्थितियों में राहत एवं सहायता कार्यों का संचालन करना।
  • 🤝 समाज के कमजोर एवं जरूरतमंद वर्गों के उत्थान हेतु विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन करना।